अपने माँ-बाप कोई न पूजे,
पूजे मिट्टी की माता।
घर में मारा-मारी तेल का
मंदिर में तेल के जोत जलाए।
क्या होगा देश का ?
भूख मरे या कर्ज़ में दबे,
माता की मूर्ति बैठाए।
नौ दिनों तक माता पूजे,
दसवें दिन पत्नी गाली खाए।
क्या होगा देश का ?
मिट्टी की माता पूजने से,
क्या गरीबी दूर होती है देश की,
तो देश में इतने गरीब कहा से आए।
क्या होगा देश का ?
टिकेश कुमार (रचना 2018)
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