Sunday, 24 December 2017

मोबाइल के चक्कर


काली संझा जुआर मे ह डगनिया बाजार होतव मोर घर जावत रहेंव। तब रद्दा म पीछू डाहर ले एक ठन फटफटी ह हकन के मोर फटफटी ल ठोक दिस। तब मोर दिमाग के पारा ह चढ़गे। अउ जोर से गारी देंव- कोन आय रे अंधरामन ह सोझे गाड़ी ल ठोकत हे। आंखी नइ दिखत होही त इलाज करा लय। तब पीछू डाहर ल देखथंव त एक झन जवान टूरी ह एक हाथ म बड़े मोबाइल धरे गोठियावत रहाय अउ दूसर हाथ म फटफटी के हेंडिल ल धरे रहाय। तब मोर गारी ल सुनके कहिथे- सारी सर गलती हो गई। तब मे ह ओला पियार ले समझावत कहेंव- देख वो तोर सारी कहे ले मोर गाड़ी के टूटे एंटीगेटर लाइट ह ठिक नइ हो जाए। मोबाइल म गोठियाना हे त कोनो मेर बइठ ले अउ ससन भर गोठिया। फेर बड़े जान मोबाइल म गोठियावत फटफटी ल मड़माड़े चलावत हस। तहू जाबे अउ जजमानो जाही। तब ओ छोकरी ह थोकन गुस्सा म कहिथे- जरा सी बात के लिए भासन सुना रहे हो। मैं अपने मम्मी-पापा की बात नहीं सुनती। गलती हो गई तो कह रही हूं। तब अतके बेरा म सड़क म चाय दुकान लगइया कचरू कका ह आगे। अउ ओ टूरी के गोठ ल सुन के कचरू कका ह कथे- सही तो काहत हे नाेनी महूं ह तो ठेला ले बइठे-बइठे देखत हंव। कइसे मोबाइल म गोठियावत फटफटी ल अलकरहा चलावत हस। थोकन बाचगे नाली म फेका जतेस अउ दांत ल निपोर देतेस। अउ ए बाबू ह बने ल तो काहत हे एक तो फटफटी चला नहीं तो नहीं तो मोबाइल म गोठिया। कचरू कका के डांट ल सुन के टूरी ह अपन गाड़ी ल चालू करके कले चूप फूर होगे। कचरू कका ह मोला कइथे- आजकल बेटा जउन मेर देखबे तउन मेर कतको भीड़ म घलो टूरा-टूरी मन बड़े-बड़े मोबाइल ल एक हाथ म धरके अउ दूसर हाथ म एक्सीलेटर अइठे गोठियावत मड़माड़े फटफटी चलावत रइथे। कोनो ह कान म इयरफोन ल खुसेर के गाना सुनत नही ते गोठियावत अंधाधून फटफटी ल चलाथे। अइसन फटफटी चलइ ह बने नोहे बेटा कभू बड़े जान अलहन हो जही रे। कचरू कका के गोठ ह सही मे गुने के आय। सही म आज मोबाइल ह जीव के काल होगे हे। मनखे ह थोकन लापरवाही करके बड़े जान दुरघटना ल नेवता देवत हे। अउ आजकल कंपनीमन ह फोकट म बात करे वाला आफर देवत हे तेकर सेती घलो मनखे दिन-रात काही काम बुता रहाय मोबाइल ल थोरकुन नइ छोड़न काहत हे। त कोनो मनखे ह रातभर जागके मोबाइल म चैटिंग करके अपन स्वास्थ ल बिगाड़त हे। त लइका मन ह मोबाइल म गेम अउ इंटरनेट म अपन पढ़ई ल बरबाद करत हे। सियान मन ह कथे ते ह सही बात आय कोनो जिनिस के उपयोग जरूरत के हिसाब ले करना चाही। अति ह दुरगति आय।

No comments:

Post a Comment