Tuesday, 12 June 2018

बीजेपी का 'बेटी बचाओ' नारा की असलियत

जब से भाजपा सरकार आई है तब से बेटी बचाओं का नारा बहुत ही जाेरशोर से लगाया जा रहा है। मतलब यह है कि बीजेपी चेतावनी दे रही है कि कभी भी आपकी बेटी-बहू की इज्जत लूटी जा सकती है। इसलिए बीजेपी विधायक और बीजेपी के पूजनीय बाबाओं से बेटियों को बचाना होगा। कुछ दिन पहले उन्नाव, उत्तरप्रदेश के बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर ने नाबालिग लड़की के साथ रेप कर हत्या की। इसी दरमियान जम्मू कश्मीर के कठुआ में छोटी बच्ची के साथ 8 भगवाधारियों ने मंदिर में बलात्कार कर मौत के घाट उतार दिया। बलात्कारियों के बचाव के लिए बीजेपी और हिंदू संगठनों ने इस दौरान झंडा यात्रा भी निकाली, जो बहुत ही शर्म का विषय है।
अभी एक खबर समाचार की दुनिया में तैर रही है कि अपने आप को भगवान कहने वाले दिल्ली के शनिधाम के बाबा दाती महाराज और उनके चेलों ने एक 25 वर्षीय युवती के साथ डरा-धमकाकर बार-बार बलात्कार किया। एक बात और बता दिया जाए कि इस बलात्कारी बाबा से पिछले दिनों मोदी सरकार के चार साल पूरे होने पर बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव राम लाल ने मिलकर भाजपा का बुकलेट देकर आर्शीवाद लिया था। तब बलात्कारी महाराज ने कहा था कि मोदी जी ने बेटी बचाओ अभियान चलाकर अद्भूत कार्य किया है। इस प्रकार बेटी बचाओं अभियान का प्रसंशा करने वाले बाबा कैसे बेटियों की इज्जत लूटते हैं। दाती बाबा दुष्कर्म करके फरार हो गया है। फिर भी उनके भक्त उनकी पूजा करने के लिए उसे ढ़ूढ रहे हैं।
हमारे देश में अंधभक्तों की कमी नहीं है लगातार धर्मगुरु, बाबा, महाराज व भगवान और धर्म के नाम पर फैक्ट्री चलाने वालों की बाढ़ सी आ गई है। वहीं अंधभक्त भी इस बाढ़ में बह रहे हैं। कुछ समय पहले की घटनाओं पर नजर डाले तो लगातार बाबाओं की असलियत सामने आ जाएगी। खुद को इच्‍छाधारी संत कहने वाले स्‍वामी भीमानंद सेक्स रैकेट चलाता था। स्वामी प्रेमानंद 13 लड़कियों के साथ बलात्कार करने के दोषी पाया गया। स्वामी सदाचारी वेश्याघर खोलकर दुराचारी करने के आरोप में गिरफ्तार किया। स्वामी नित्यानंद ने नित्य बलात्कार करने के आरोप में पकड़ें गए। अपने आप को बापू करने वाले बूढ़ा आशाराम 16 साल की बच्ची को आर्शीवाद देने के बहाने छेड़छाड़ और यौन शोषण के आरोप में जेल में सड़ रहा है। मार्डन बाबा राम रहिम ने अपना डेरा में सैकड़ों महिला साध्वियाें के साथ दुष्कर्म करने के आरोप में जेल के अंदर फड़फड़ा रहा है। फलाहारी बाबा पर छत्तीसगढ़ की 21 वर्षीय युवती के साथ बलात्कार का आरोप लगा है। इस प्रकार अगर इन बाबा, स्वामी, साधु और धर्म गुरु की कहानी सुनाने बैठे तो इनकी लिस्ट बहुत ही लंबी है। धर्म और भगवान के नाम पर लोग इतने अंधे हो जाते है कि अंधभक्तों पूरी बुद्धि ही खत्म हो जाती है। इस प्रकार लगातार बाबाओं की पोल खुलने के बाद भी अंधभक्तों की भीड़ में कमी नहीं दिखाई देना एक बहुत बड़ा सवाल खड़ा करता है।

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