Saturday, 23 June 2018

नानकीन कहिनी : पताल के भाव

साग-भाजी बेचइया गली-गली म चिल्लावत रहिस- ताजा-ताजा पताल, भाटा, गोभी, रमकेलिया, करेला, कुंदरू ले लव। ओतकी बेरा म गांव के गोटनिन ह अपन घर ले निकल के कइथे- पताल ल कइसे किलो लगाय हस गा।
सब्जी बेचइया ह बोलथे- 20 रुपया किलो ताय मालकिन।
गोटनिन- वाह रे सब जगह 10 रुपया म बेचावत हे अउ तैं ह मोला ठगत हस।
सब्जी बेचइया- नहीं मालकिन मैं का ठगहूं जतका म बेचत हंव ओकर ले जियादा पइसा एला उबजाय बर ट्रेक्टर, टूल्लूपंप, खातू-कचरा अउ बनिहार-भुतियार में लाग जथे मालकिन। फेर का करबे मजबूरी म बेचत हन। लेवइयामन ल का ठगबो अउ कतेक जियादा पइसा ले लेबो।
फेर दूसरा दिन साग-भाजी बेचइया ह अउ आथे। तब पताल ल 10 रुपया किलो बताथे। तभो ले गोटनिन कइथे- सबे जगह बाजार म पताल ह 5 रुपया म बेचावत हे तभो ले ते ह अबड़ भाव म बेचत हस गा।
सब्जी बेचइया- अतका सस्ता होय के बाद घलो मालकिन अबड़ लागत हे। मालिक ह ओतका लाखो रुपया कमावत हे तभो ले।
गउटनिन- लाखो कमाय ते करोड़ों कमाय तोला काय करे बर हे। पइसा रही त फोकट म कोनाे ल नइ दय।
सब्जी बेचइया- फोकट म कोन पइसा मागंत हे मालकिन साग-भाजी के बदला पइसा देवत हस। 
फेर एक दिन उही सब्जी बेचइया ह आथे- तब फेर पताल के कीमत ल गोटनिन ह पूछते। सब्जी बेचइया बताथे- का करबे मालकिन ए बखत पताल के पैदावार जियादा होगे हे अउ पानी-बादर म फसल ह खराब होवत हे, तेकर सेती सब किसानमन ह पताल ल सड़क म फेकत हे। मे ह 5 रुपया किलो म बेचत हंव।
गोटनिन- अरे सबे जगह पताल ल कोनो सुंघत नइ हे दू-तीन रुपया किलो म बेचावत हे। तभो ले तैं ह पांच रुपया म बेचत हस। कम लगाबे त लुहूं।
सब्जी बेचइया ह मूड़ धरके कइथे मालकिन फोकट म दे देथंव, एकर ले कम अउ का हो सकथे। तब गोटनिन के मुंहू ह बंद हो जथे।

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