ये ले अउ चालू होगे महा कुंभ मेला अउ महा उतसाह। वाह रे परलोखिया सरकार। किसान के दूरदसा अउ पीरा ह दिखत नई हे। जनता ल मेला अउ उतसाह म भूलवारत हस। का उतसाह मनाय ले काकरो पेट भरही? इहा मजदूर अउ किसान ह करजा अउ भूख के मारे आत्महत्या करत हे। खेती बाड़ी म लागत अतका पइसा ह नई आवत हे। बारी-बियारा वाला मन साग-भाजी ल फोकट म दे बर अउ सड़क म फेके बर मजबूर हे। किसान मन केंद्र सरकार के बजट ल लेके आस लगाय रहिस फेर उहू ह पानी फेर दिस। न तो धान के कीमत म बढ़ोतरी करिस न बोनस देय के। अउ उल्टा काहत हे किसान ल दुगुना करजा दे जाही। ये तो अइसन आय जइसे मरत तेकर ऊपर अउ पखरा ल लदकना। भाई किसान करजा के मारे मरत हे। त ओला करजा ले छुटकारा बर उदिम करना चाही फेर नही।
छत्तीसगढ़ ल धान के कटोरा कहे जाथे अउ अइसन मत हो जाये किसान अउ धान ह नदा जहि अउ दुच्छा कटोरा बस बाच जहि ये संसो के बिसय आय। अब इहा के सरकार ल जनता अउ हित से कोई मतलब नइहे। बस लोगन ल तमासा दिखाना हे अउ मजा लूटना हे। राज उतसाह म हफ्ता दिन म करोड़ो पइसा के बरबादी। का बात के ख़ुशी अउ उतसाह? का इहा के जनता मन खुस हे? अब देख लव फेर राजिम महाकुंभ, सिरपुर महा उतसाह, मैनपाट महा उतसाह अउ काय काय उतसाह मनावत हे। भले किसान, मजदूर, शिक्षाकर्मी अउ स्कूल कॉलेज के स्थिति ल सुधारे बर नई सकत हे। धान के कीमत ह 12 रुपिया किलो साग सब्जी के तो मत पूछ 2 रुपिया ले 10 रुपिया अउ एक ठन पानी बाटल ह 20 से 30 रुपया लीटर मतलब किसान के धान अउ सब्जी ह पानी के कीमत के बरोबर नई हे साल भर मेहनत करके किसान ह दुच्छा के दुच्छा रही जथे। ओकर पेट ह भूख म उन्ना के उन्ना रही जथे। फेर सरकार ल कभू इकर पीरा अउ समस्या ह नई दिखय। ये समस्या ल छिपाय बर सरकार ह आनी-बानी के कोसिस करथे। छत्तीसगढ़िया मन बड़ सीधा-साधा होथे। एकर फायदा ल उठा के साल भर तमासा देखावत रथे। जेकर से दरद म काहरत मजदूर, किसान, बेरोजगार नवजवान मन ह ओकर खिलाफ झन बोल सके। छत्तीसगढ़ सरकार ह जनता के हित बर नही अपन स्वारथ ल साधे बर भकम्प कोसिस करत हे। विज्ञापन अउ जनसम्पर्क म कतको पइसा ल लुटावत हे। "हमर छत्तीसगढ़ योजना" के नाम से पंचायत के प्रतिनिधि मन ल राजधानी बुलावत हे अउ एकर बर कतको पइसा के बंदरबाट करत हे। करोड़ो रुपया ल ये योजना म फुकत हे। ओतका म तो पूरा छत्तीसगढ़ के तसवीर ह बदल जातिस। फेर का करबे सरकार ल बिकास नई करना हे बस वाहवाही लूटाना हे।
Friday, 10 February 2017
भुलवारे के ओखी
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