का बताबे संगवारी हो, बने दिन के चक्कर म बिगड़ाहा दिन ल देखे बर पड़त हे। वैसे मोदी कका के घलो गलती नइहे, गलती हमर ये जी अब ओ तो बार बार कहिस कि मोला बस चाहा बनाय बर आथे, फेर हमन माने नई हाबन। नोटबंदी के नाम म जनता मन से छलावा करे हाबय अब 50 दिन ले भी ज्यादा होगे तभो ले एकर सकारात्मक परिणाम देखे बर नई मिलत हे। जतका अतेक दिन म बीतिस उहु ह जनता के साथ अच्छा नई होइस। अपने कमाई के पइसा ल पाय बर मजदूर, किसान, छोटे व्यपारी ल दिन भर लाइन म लगे ल पड़ीस हे। 100 झन ले ज्यादा मनखे के प्राण छुट गे। एकर मौत के जिम्मेदार कोन हे ? छोटे छोटे मजदूर मन ल रोजगार नई मिलथ हे, किसान मन के फसल ह पैसा के आभाव म नास होगे, छोटे छोटे व्यपारी मन अभी भी रोजी रोटी बर तरसत हे।
मोदी के ये नोटबंदी ह बिलकुल फ़्लाप होगे हे। ये ह देशवासी ल बेवकूफ बनाय के अभियान रहिस अउ मोदी भक्त मन एकर जोर जोर से कीर्तन गावत रिहिस तेकर सेती मनखे मन ठंडा दिमाक ले सोच नई पावत रहिस। अब धीरे धीरे सब समझ आगे कि होना जाना कुछ नही फोकट के सोर मचावत रहिस। सब तो जानत हे कि हमर देश के देशभक्त मन के 130 लाख करोड़ ह स्विस बैंक म जमा हे तेकर बर अभी तक कोनो काम नई करे हे। भक्तिभाव म डूबे आदमी ल छोड़ दे बाकि मन ल तो सोचना चाही कि मोदी ल कोन से चौक चौराहा म बुलाय जाय।
Tuesday, 7 February 2017
का इहि ये बने दिन ?
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