रमन सरकार ह छत्तीसगढ़ के सिधवा जनता ल दारू पीया-पीया के दरूआ अउ निठल्ला बना के मारत हे। एकर असन लबरा-दोगला मनखे कोनो नई हे। पिछले चुनावी वायदा म सराबबन्दी करे के बात कहे रहिस। फेर आज ये सरकार ह इहा के जनता ल दारू पियाय अउ जीव ल ले बर अड़े हे।
जबले सुपरिम कोट के आदेस आहे कि नेसनल हाइवे के 500 मीटर के दायरे म दारू दुकान नई होना चाही। एकर सेती अब दारू कोचिया मन साढ़े चार सौ दुकान ल चलाय बर साफ मना कर दे हे। छत्तीसगढ़ म दारू दुकान ल पहली नीलामी म लेके ठेकेदार मन चलावत रहिस। अब ये सदकारज ल करे बर सरकार बीड़ा उठावत हे। ताकि पूरा छत्तीसगढ़ के सुवाह हो जाए। छत्तीसगढ़ म सात सौ ले ज्यादा दारू दुकान हे। हर साल 1200 लाख लीटर दारू बिकथे। एकर ले 3900 करोड़ रुपिया के कारोबार होथे।
एक डाहन सरकार ह हेलमेट ल दुरघटना के बचाव बर जरुरी बतावत हे। बने बात हे। फेर पुलिस मन घलो येला लेके पईसा वसूली अभियान चलावत हे ठीक नोहे। सबले ज्यादा दूरघटना दारू पी के गाड़ी चलाय ले होथे। भाई जब हेलमेट बर लगन लगाके अभियान चलावत हे। अउ मनखे मन ल चमका-धमका के करोड़ो रूपया लूटत हे। त अतके उदिम दारू ल बन्द करे बर काबर नई करय। दारू ह तो सब दूरघटना अउ अपराध के कारन आय। तभो ले सरकार ह दारू बेचे बर काबर अड़े हे। येला लेके छत्तीसगढ़ के मनखे म जोरदार गुस्सा देखे बर मिलत हे। अब तो छत्तीसगढ़ ल दारू अव दरूआ के नाम से देस भर म अलग पहचान मिलगे हे। रमन तो ये फिलिम के खलनायक लागथे जेहा दारूवाले बाबा के रोल म हे। अब सब मनखे ल हीरो के रोल म उतर के एकर विरोध करना हे।
Wednesday, 15 February 2017
छत्तीसगढ़िया मन ल दरुआ बनाके मारत हे
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